"लोकतांत्रिक प्रणालियों में महिलाओं को उचित राजनीतिक प्रतिनिधित्व मिले तो महिलाओं का राजनीतिक सशक्तिकरण संभव है- डॉ मुक्ता दुबे
रामपुरा। शासकीय वैश्य महाविद्यालय संबद्ध चौधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय भिवानी हरियाणा द्वारा आयोजित वर्चुअल राष्ट्रीय संगोष्ठी व्याख्यान कार्यक्रम में नारीवादी विचारक और राजनीतिक विशेषज्ञ डॉ. मुक्ता दुबे शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय रामपुरा द्वारा"लोकतांत्रिक प्रक्रियायों में महिलाओं की राजनीतिक भागीदारी मध्यप्रदेश के विशेष संदर्भ में" विषय पर विचार शोध पत्र के माध्यम से व्यक्त किए गए।
लोकतांत्रिक प्रणालियों में महिला सशक्तिकरण के राजनीतिक सामाजिक आर्थिक विभिन्न आयामों पर अपने विचार वेबिनार के माध्यम से साझा किए। राष्ट्रीय संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि महिलाएं अपनी राजनीतिक सशक्तिकरण की क्षमताओं को पहचाने , मध्यप्रदेश में महिला नेतृत्व और महिला सशक्तिकरण की अपार संभावनाएं हैं और यदि उचित राजनीतिक प्रतिनिधित्व और नेतृत्व प्रदान किया जाए तो मध्यप्रदेश में महिलाओं के राजनीतिक सशक्तिकरण के स्वरूप को नई दिशा मिलेगी। महिलाएं सशक्त हो इसके लिए आवश्यक है कि वे आर्थिक, सामाजिक, राजनैतिक, शैक्षणिक,न्याय, विचार, विश्वास, धर्म, और अवसर की समानता को पहचाने। रूढ़िवादी विचारधाराओं के कारण वे स्वयं को अन्य की अपेक्षा कमजोर समझती है। महिला सशक्तिकरण की अवधारणा नारी चेतना को जागृत करने और सामाजिक सुरक्षा सम्मान और स्वालंबन प्रदान करने की ओर अभिप्रेरित करती है।
महिलाओं की राजनीतिक भूमिका और योगदान को पूरी तरह और सही परिप्रेक्ष्य में रखकर ही राष्ट्र निर्माण के लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है क्योंकि सशक्त नारी से ही सशक्त समाज का निर्माण होता है। समाज में महिलाओं के अधिकारों और मूल्यों को समाप्त करने वाली विचारधारा को बदलने की आवश्यकता है। डॉ. मुक्ता दुबे द्वारा जयपुर दिल्ली, मणिपुर, कुरुक्षेत्र, सिक्किम, मेरठ,ओडिशा आदि शासकीय और अशासकीय महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों के विभिन्न शैक्षणिक मंचों से महिला सशक्तिकरण,महिला सुरक्षा, सम्मान और स्वालंबन के लिए निरंतर सक्रिय भागीदारी कर महिला सशक्तिकरण की आवश्कता पर भागीरथी प्रयास रही हैं । महाविद्यालय परिवार द्वारा उक्त वर्चुअल राष्ट्रीय संगोष्ठी में डॉ.मुक्ता दुबे द्वारा भागीदारी करने और लोकतांत्रिक प्रणालियों में महिलाओं की राजनीतिक भागीदारी और विशेष रूप से मध्यप्रदेश में महिला नेतृत्व की भूमिका नारी सम्मान और स्वालंबन पर विचार व्यक्त करने हेतु हर्ष व्यक्त किया गया।