HELTH :- रोज कितने किलोमीटर वॉक करनी चाहिए? 10 KM का फॉर्मूला क्या सभी के लिए सही है? एम्स के डॉक्टर से जानें !
वॉक करना हमारी सेहत के लिए फायदेमंद होता है, लेकिन क्या हर किसी के लिए रोज 10 किलोमीटर वॉक करना जरूरी है? आइए जानते हैं एम्स के डॉक्टर इस 10 KM वॉकिंग फॉर्मूला के बारे में क्या कहते हैं.
अपनी सेहत को मजबूत बनाने के लिए वॉक करना एक आसान और प्रभावी तरीका है. पैदल चलने से हार्ट की क्षमता बढ़ती है, ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और शरीर का मेटाबॉलिज्म एक्टिव रहता है. यह वेट लॉस करने में मदद करता है और मसल्स तथा हड्डियों को मजबूत बनाता है. साथ ही, रोजाना वॉक करने से तनाव कम होता है, नींद बेहतर आती है और माइंड फ्रेश रहता है. इसके अलावा, वॉक करने से शरीर में ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल के स्तर कंट्रोल रहते हैं, जो डायबिटीज और हार्ट डिजीज जैसी बीमारियों के जोखिम को कम करता है. इसलिए वॉक को दिनचर्या में शामिल करना जरूरी है ताकि शरीर और मानसिक सेहत दोनों बेहतर बनी रहें.
अगर हम फिजिकल एक्टिविटी को नजरअंदाज करते हैं और वॉक जैसी साधारण एक्टिविटी नहीं करते हैं, तो इससे शरीर को कई तरह के नुकसान हो सकते हैं. मोटापा बढ़ सकता है, हार्ट और शुगर संबंधी समस्याओं का खतरा बढ़ता है. मांसपेशियों और हड्डियों की मजबूती कम होती है, जिससे जोड़ों और रीढ़ की हड्डी में दर्द की समस्या बढ़ सकती है. लंबे समय तक एक्टिव न रहने से ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल के स्तर इम्बैलेंस हो सकते हैं. साथ ही, मानसिक स्वास्थ्य पर भी इसका असर पड़ता है, जैसे स्ट्रेस, डिप्रेशन और नींद में समस्या होना. ऐसे में यह समझना जरूरी है कि स्वस्थ और एक्टिव जीवन के लिए वॉकिंग जरूरी है. पैदल चलना सिर्फ फिटनेस के लिए नहीं बल्कि शरीर की लंबी उम्र और बीमारियों से सुरक्षा के लिए भी जरूरी है. ऐसे में आइए जानते हैं कि स्वास्थ और अच्छी सेहत के लिए रोज कितने किलोमीटर वॉक करना चाहिए.
रोज कितनी वॉक जरूरी है? क्या 10 किलोमीटर हर किसी के लिए सही है?
एम्स नई दिल्ली में आर्थोपेडिक विभाग के प्रोफेसर डॉ. भावुक गर्ग बताते हैं कि 10 किलोमीटर पैदल चलने का ट्रेंड हर किसी के लिए सही नहीं है. यह मुख्य रूप से जापान में लोकप्रिय है, लेकिन भारत में रहने वाले लोगों के लिए जरूरी नहीं है कि वे रोज 10 किलोमीटर वॉक करें. हालांकि, यह बात सही है कि वॉक करना हृदय स्वास्थ्य और ओवरऑल हेल्थ के लिए बेहद फायदेमंद है. अगर आप रोजाना 7 से 8 हजार कदम चलते हैं, तो यह भी उतना ही प्रभावी है. 10 किलोमीटर से ज्यादा चलना भी संभव है, जैसे 12 किलोमीटर, लेकिन यह जरूरी नहीं कि ज्यादा चलने से अधिक फायदा हो. अगर किसी को घुटनों या रीढ़ की हड्डी में समस्या है तो ज्यादा चलना जोखिम भरा हो सकता है. ऐसे मामलों में आपको डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए.
डॉ. गर्ग बताते हैं कि जितना भी मूवमेंट आप रोज करते हैं, वह हेल्दी है और बिल्कुल मूवमेंट न करने की तुलना में थोड़ी वॉक भी काफी बेहतर है. नियमित वॉकिंग शरीर को एक्टिव रखती है और गंभीर बीमारियों से बचाव करती है.
इन चीजों का ध्यान भी रखें
पोषक तत्वों से भरपूर खाना खाएं.
ओवरवेट होने पर कम कैलोरी भोजन और सही एक्सरसाइज करें, जिससे वजन कंट्रोल रहे. पर्याप्त पानी पिएं.
वॉक से पहले हल्की स्ट्रेचिंग करें, जिससे मसल्स को चोट से बचाया जा सके.
अगर मांसपेशियों या जोड़ों में कोई समस्या हो, तो डॉक्टर की सलाह लें.