HELTH:- डॉक्टर से जानें क्या फैटी लिवर से हार्ट भी हो सकता है
खराब ?
अगर आप फैटी लिवर की शुरुआती स्टेज पर हैं तो इसे ठीक करना आसान है, लेकिन अगर इसे नजरअंदाज किया गया तो यह हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है. सही खानपान और हेल्दी लाइफस्टाइल से इसे कंट्रोल किया जा सकता है.
फैटी लिवर और हार्ट डिजीज
जब लिवर में चर्बी ज्यादा जमा हो जाती है तो यह इंफ्लेमेशन (सूजन) पैदा करता है, जिससे शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) बढ़ता है और अच्छा कोलेस्ट्रॉल (HDL) घटने लगता है. इससे दिल की धमनियों में ब्लॉकेज होने का खतरा बढ़ जाता है. ब्लड प्रेशर और डायबिटीज की समस्या भी फैटी लिवर के कारण हो सकती है, जो आगे चलकर हार्ट को कमजोर बना देती है. फैटी लिवर का असर हार्ट से जुड़ी बीमारियों को ट्रिगर कर सकती है.
कौन से लक्षण दिखने पर सावधान हो जाएं?
फैटी लिवर के लक्षण बहुत धीरे-धीरे नजर आते हैं, लेकिन अगर आपको ये संकेत दिखें तो अलर्ट हो जाएं. पेट के दाईं तरफ हल्का दर्द या भारीपन महसूस होना, हर समय सुस्ती और कमजोरी रहना, भूख कम लगना या खाना पचाने में दिक्कत, वजन तेजी से बढ़े या घटे तो यह फैटी लिवर की समस्या हो सकती है.अगर इनमें से कोई भी लक्षण महसूस हो रहे हैं तो इसे हल्के में न लें और डॉक्टर से जांच करवाएं.
ऐसे रखें लिवर और हार्ट को हेल्दी?
अगर आप चाहते हैं कि आपका लिवर और हार्ट दोनों हेल्दी रहें, तो आपको अपने डेली रूटीन में कुछ बदलाव करने की जरूरत है.
डाइट में बदलाव करें- जंक फूड, तली-भुनी चीजें और ज्यादा मीठा खाने से बचें. हरी सब्जियां, फल और प्रोटीन युक्त चीजें खाएं.
नियमित एक्सरसाइज करें- रोज कम से कम 30 मिनट तक वॉकिंग, योग या हल्का वर्कआउट करें.
शराब और सिगरेट से बचें- अल्कोहल और धूम्रपान लिवर को खराब करते हैं, इन्हें पूरी तरह छोड़ दें.
वजन कंट्रोल में रखें- मोटापा सिर्फ लिवर ही नहीं, बल्कि हार्ट के लिए भी खतरनाक है, इसलिए हेल्दी वेट बनाए रखें.
पर्याप्त नींद लें- कम नींद लेने से शरीर में हार्मोन असंतुलन होता है, जिससे लिवर और हार्ट दोनों पर बुरा असर पड़ता है.